Tuesday, January 11, 2011

इंतजारी

loneliness
इस सुहावने मौसम में
दिल उदास हो गया है
आज तेरी याद में
सारा जग सूना हो गया है
इन बर्फीली हवाओं में
दिल उजड कर रह गया है
तुम्हारी इंतजारी में
बड़ी उदास घडी हो गयी है
तुम इस तरह -
ठहर ना जाओ यूँ ही कहीं
मेरे दिल के तारे बुझे-बुझे हो गए हैं
तेरी राहों में फूल बिछाये
पथ पर तेरे इंतजारी में खडी हूँ
रास्ता ना भटक जाओ कहीं
हाथों में चिराग लिए मैं खडी हूँ
आवाज़ दे दो तुम कहीं से
तुम्हारे स्वागत के लिए मैं खडी हूँ
इस सुहावने मौसम में
उदास दिल को लिए मैं खडी हूँ !

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