Love Poems!!!!
This Blog is Dedicated to a Divine Love! What is Love & What is the fragrance of Love. A True Love!
Monday, January 24, 2011
आत्मा की पुकार
मेरी आत्मा की
पुकार
तुम तक ना पहुँच पाई
झानी बन
प्रेरणा का स्त्रोत ना बन पाई
ऊँचे उठ
आकाश को छू लेने की
भूख जाग्रत ना कर पाई
सफलता की
हर सीढ़ी पर देखने की
तमन्ना घर ना कर पाई
मेरा दुर्भाग्य
की-
तुम तक
मेरी सांसें ना पहुँच पाई !
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